tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post2952594493104272281..comments2023-10-13T16:53:53.961+05:30Comments on Gatyatmak Jyotish, Your guide to the future.: नाना मुनि के नाना मतसंगीता पुरी http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-19575538924230474012011-12-11T22:05:28.612+05:302011-12-11T22:05:28.612+05:30बहुत ही सराहनीय पोस्ट है. टिप्पणी पर विभिन्न विचार...बहुत ही सराहनीय पोस्ट है. टिप्पणी पर विभिन्न विचारधाराओं को एक साथ पढना बहुत अच्छा लगा...बहुत ही बढ़िया रही चर्चा. ..आभार..Maheshwari kanerihttp://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-625680727201781952011-12-11T12:49:47.607+05:302011-12-11T12:49:47.607+05:30वाह संगीता जी आज तो बहुत बढिया पोस्ट पढवा दी……………य...वाह संगीता जी आज तो बहुत बढिया पोस्ट पढवा दी……………ये तो मैने पढी ही नही थी।वन्दनाhttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-39321215687032532452010-02-15T22:04:19.199+05:302010-02-15T22:04:19.199+05:30संगीता जी,आपकी इस टिप्पणी चर्चा के आगे तो सारी चर्...संगीता जी,<br>आपकी इस टिप्पणी चर्चा के आगे तो सारी चर्चाएं फेल हो गयी...<br>बहुत ही विस्तरीत, और सही विश्लेषण ..कमाल कर दिया आपने..सभी चर्चाओं के एकत्रित करके..<br>यह पोस्ट निःसंदेह संग्रह करने योग्य बन गयी है...<br>वाह ..'अदा'http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-77471195245718220572010-02-15T22:01:11.190+05:302010-02-15T22:01:11.190+05:30संगीता जी,आपकी इस टिप्पणी चर्चा के आगे तो सारी चर्...संगीता जी,<br>आपकी इस टिप्पणी चर्चा के आगे तो सारी चर्चाएं फेल हो गयी...<br>बहुत ही विस्तरीत, और सही विश्लेषण ..कमाल कर दिया आपने..सभी चर्चाओं के एकत्रित करके..<br>यह पोस्ट निःसंदेह संग्रह करने योग्य बन गयी है...<br>वाह ..!!'अदा'http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-5193092796265477222010-02-08T11:15:25.191+05:302010-02-08T11:15:25.191+05:30बहुत ही बढ़िया चर्चा. .......बहुत ही बढ़िया चर्चा. .......महफूज़ अलीhttp://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-2514906920023290212010-02-08T10:26:23.635+05:302010-02-08T10:26:23.635+05:30टिप्पणी से जुडी सभी प्रविष्टियों का एक जगह संकलन ह...टिप्पणी से जुडी सभी प्रविष्टियों का एक जगह संकलन होने se यह प्रविष्टि स्वयं संकलन yogya हो गयी है ...बहुत आभार ...वाणी गीतhttp://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-20086838173403249012010-02-08T09:37:19.414+05:302010-02-08T09:37:19.414+05:30बहुत ही सराहनीय पोस्ट है. टिप्पणी पर विभिन्न विचार...बहुत ही सराहनीय पोस्ट है. टिप्पणी पर विभिन्न विचारधाराओं को एक साथ पढना सुखद लगा, शुभकामनाएं.<br><br>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttp://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-81167485199824366302010-02-08T07:36:08.529+05:302010-02-08T07:36:08.529+05:30टिप्पणी वाली पोस्टों को एक स्थान पर सहेजने का आपने...टिप्पणी वाली पोस्टों को एक स्थान पर सहेजने का आपने अभिनव प्रयास किया है। इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। आपने तो एक लंबी चिट्ठा चर्चा ही कर दी है। आपको भी किसी चिट्ठे में एक दिन चिट्ठा चर्चा करनी चाहिए। <br>एक बात और अब आपका ब्लाग दिखने लगा है, पहले यह पढऩे में नहीं आता था।राजकुमार ग्वालानीhttp://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-46679201778064380792010-02-08T01:51:16.491+05:302010-02-08T01:51:16.491+05:30सत्य कथन टिप्पणी एक रचनाकर को प्रोत्साहन देती है !...सत्य कथन टिप्पणी एक रचनाकर को प्रोत्साहन देती है ! और आखिर ऐसा क्यों ना ब्लोगिंग करने के पीछे हर ब्लोगर की मंशा अपने विचार अन्य पाठको से बताने की होती है ! विचारो के आदान -प्रदान का टिप्पणी बहुत ही अच्छा माध्यम भी है ! किन्तु एक रचनाकार के ह्रदय को ठेस तब पहुचती है जब टिप्पणियों को ही मुद्दा बना रचना को दरकिनार कर दिया जाता है !! <br>सादर<br>http://kavyamanjusha.blogspot.com/RaniVishalhttp://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-37689971776033761772010-02-08T00:39:59.832+05:302010-02-08T00:39:59.832+05:30badhiya, pasand aayabadhiya, pasand aayaSanjeet Tripathihttp://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-86956686332905075902010-02-07T23:32:08.229+05:302010-02-07T23:32:08.229+05:30बहुत-बहुत धन्यवादबहुत-बहुत धन्यवादहास्यफुहारhttp://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-80039023356869357982010-02-07T20:28:36.233+05:302010-02-07T20:28:36.233+05:30सिर्फ़ इतना ही कहना चाहता हूं कि आज की आपकी ये पोस्...<i> <b> सिर्फ़ इतना ही कहना चाहता हूं कि आज की आपकी ये पोस्ट बुकमार्क कर ली है , बहुत पसंद आई ,और सच ही कहा आपने टिप्पणी के लिए ही तो हमने एक अलग स्टाल बना लिया है </b> </i><br><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-21135800516566313582010-02-07T18:20:21.708+05:302010-02-07T18:20:21.708+05:30वाह यह हुआ न कोई काम-पूरा टिप्पणी पुराणवाह यह हुआ न कोई काम-पूरा टिप्पणी पुराणArvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-14221982282174779312010-02-07T17:46:57.914+05:302010-02-07T17:46:57.914+05:30मेरा तो यही विचार है कि सार्थक टिप्पणियाँ होनी चाह...मेरा तो यही विचार है कि सार्थक टिप्पणियाँ होनी चाहिये।जी.के. अवधियाhttp://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-60137574719295347232010-02-07T16:09:27.087+05:302010-02-07T16:09:27.087+05:30चर्चा का यह रूप बढ़िया रहा!शुभकामनाएँ!चर्चा का यह रूप बढ़िया रहा!<br>शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंकhttp://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-76918514481486511702010-02-07T13:18:44.758+05:302010-02-07T13:18:44.758+05:30अपनी अपनी सोचअपनी अपनी सोचबी एस पाबलाhttp://www.blogger.com/profile/08606107428270909234noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-39982523966762779912010-02-07T13:16:29.822+05:302010-02-07T13:16:29.822+05:30कुछ भी कहें...जो फ़र्क़ रंगमंच व फ़िल्म है वही, ब्...कुछ भी कहें...जो फ़र्क़ रंगमंच व फ़िल्म है वही, ब्लाग व पत्र-पत्रिका के लेखन में हैं. हाथ के हाथ प्रतिक्रिया...चाहे अच्छा लिखा हो या बुरा और फिर आढ़तियों के वर्चस्व से भी पीछा छूट जाता है...सीधे पाठक से तारतम्यता बनती है...काजल कुमार Kajal Kumarhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-40399141050893044362010-02-07T13:09:40.202+05:302010-02-07T13:09:40.202+05:30taareef kise pasand nahi, har likhne wala chahta h...taareef kise pasand nahi, har likhne wala chahta hai ki use padha jaye, achha ya bura bataaya jaye...ab isi tipandi ki shikayat aapse karna chahungi ki aap hamare blog par nahi aati aur na hi tipandi karti hain...Fauziya Reyazhttp://www.blogger.com/profile/01124118614272827003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-50446469215217813792010-02-07T12:46:12.726+05:302010-02-07T12:46:12.726+05:30आपने बहुत विस्तृत रूप से टिप्पणियों पर चर्चा की है...आपने बहुत विस्तृत रूप से टिप्पणियों पर चर्चा की है....वैसे सच तो यही है की रचनाकार को टिप्पणियों का इंतज़ार रहता है....टिप्पणियों से लेखन में सुधार भी होता है और कुछ नया लिखने की प्रेरणा भी मिलाती है....हाँ इतना ज़रूर है की कुछ भी पढने के बाद मन में उस रचना के लिए भाव होने चाहियें ....मात्र टिपण्णी करना है ..ये सोच नहीं....और आप बदले की भावना से भी टिपण्णी ना करें की हमने दी है तो हमारी पोस्ट पर भी आनी ही चाहिए...<br>बाकी सबकी अपनी अपनी सोच है...sangeeta swaruphttp://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3107403587472938440.post-86100176450762666502010-02-07T11:43:30.893+05:302010-02-07T11:43:30.893+05:30संगीता जी हम तो टिप्पणी के खिलाफ नहीं अगर कोई लिखत...संगीता जी हम तो टिप्पणी के खिलाफ नहीं अगर <br>कोई लिखता है तो क्या केवल अपने लिये लिखता है? और जब कोई लिखता है और चाहता है कि कोई उसे पढे और पढने वाला उस रचना के बारे मे क्या सोचता है लेखक को पता चले। तो टिप्पणी गलत कैसे हुयी ? कई बार टिप्पणी से आपको प्रेरणा और पोस्ट मे सुधार करने का अवसर भी मिलता है । असल मे कुछ लोग इस लिये भी क्षुब्ध रहते हैं कि निस्सन्देह उनका लिखा हुया उत्कृ्ष्ट दरजे का होता है मगर ब्लाग जगत मे सभी साहित्यकार नही है कुछ लोग मेरे जैसे टाईम पास हैं कुछ अलग अलग विश्यों मे रुची रखते हैं बहुत सी बातें हैं इस से वि निश्चित ही हत्तोत्साहित होते हैं कई बार ऐसा भी होता है कि भाषा इतनी कठिन होती है, या विश्य इतना गूढ होता है कि हम जैसे साधारण लोगों को कमेन्ट देने के लिये शब्द नही सूझते। अगर टिप्पणी बन्द होती है तो ब्लाग लिखने का क्या फायदा आपको ये पता ही न चले कि आप क्या और कैसा लिख रहे हैं पत्रिकाओं मे भी तो सम्पादक के नाम जो पत्र आते हैं उनमे रचनाओं के बारे मे टिप्पणियाँ ही तो होती हैं। संगीता जी मै तो खूब टिप्पणी देती हूँ कई बार इस से विवाद भी उत्पन हुया है मगर वहाँ से अब बच के आगे निकल जाती हूँ। शुभकामनाये आपकी टिप्पणी के इन्तज़ार मे ----- हा हा हानिर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com