mangal rashi parivartan 2022
'गत्यात्मक ज्योतिष' के अनुसार अन्य ग्रहों की तरह ही मंगल भी तबतक जातकों को सुख नहीं देता , जबतक इसकी गत्यात्मक शक्ति अच्छी नहीं हो जाती है। इसी प्रकार मंगल तबतक आपको परेशान नहीं करता , जबतक उसकी गत्यात्मक शक्ति कम नहीं हो जाती है। गत्यात्मक शक्ति कम या अधिक हो जाने पर जातक को मंगल के कारण उससे सम्बंधित भावों का सुख या कष्ट मिल जाता है। मैं 2022-23 की मंगल की चाल का पृथ्वी के जड़-चेतन पर पड़नेवाले प्रभाव की व्याख्या कर रही हूँ। 28 अगस्त 2022 को मंगल सूर्य के साथ 90 डिग्री की कोणात्मक दूरी बनाएगा । इस समय मंगल और पृथ्वी की दुरी औसत के आस-पास होगी । ऐसे समय में मंगल काफी क्रियाशील होता है और जनसामान्य को मंगल से सम्बंधित कार्यों में उलझने के लिए बाध्य करता है।
यूं तो वृष में मंगल की स्थिति लोगों के सुख और दुख दोनो का कारण बनी हुई होगी , पर 31 अक्टूबर तक दिन ब दिन इसकी स्थैतिक शक्ति में हो रही वृद्धि कुछ लोगों की मन:स्थिति को सुखद बनाएगी , तो कुछ तनाव झेलने को भी विवश होंगे । 2022 अगस्त के अंतिम सप्ताह से ही लोग मंगल के कारण उत्पन्न होनेवाले कार्य में उलझे होंगे। चूंकि मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है और इसकी स्थिति अभी वृष में है , इसलिए वृष , मेष और वृश्चिक राशि से संबंधित कार्यों में ही सुख या दुख की अधिक संभावना रहेगी। 24 से 36 वर्ष की उम्र के युवा , जिनका जन्मकालीन मंगल कमजोर है , यानि 1986 के जुलाई, 1988 के सितम्बर-अक्टूबर , 1990 के नवंबर-दिसंबर, 1992 के दिसंबर, 1993 के जनवरी, 1995 में फरवरी-मार्च, 1997 में मार्च-अप्रैल जन्म लेने वालों को मंगल की इस स्थिति से तकलीफ होगी। उल्लिखित समय से दूर जन्म लेने वाले पर मंगल का शुभ प्रभाव पड़ेगा।
मंगल की इस स्थिति के कारण मार्च से सितम्बर 1947 , मार्च से अक्टूबर 1954 , मार्च से सितम्बर 1986 , जन्म लेनेवाले उत्साहित होकर कार्य में जुटे रहेंगे । मंगल के कारण 28 अगस्त 2022 से शुरू हुई कार्यक्रमों में बाधा की शुरुआत 31 अक्टूबर से होगी। 9 दिसंबर तक काम लगभग रुका हुआ सा महसूस होगा। उसके बाद ही काम के शुरू किए जाने के लिए आशा की कोई किरण दिखाई दे सकती है। 13 जनवरी के बाद स्थगित कार्य पुन: उसी रुप में या बदले हुए रुप में उपस्थित होकर गतिमान होगा और 18 मार्च 2023 के आसपास अपने निर्णयात्मक मोड़ पर पहुंच जाएगा। मंगल के कारण होनेवाले इस निर्णय से भी इन लोगों को खुशी होगी। इस तरह 7 महीने तक किसी खास संदर्भ , जिसकी चर्चा लेख के अंतिम अनुच्छेद में की गयी है, की सफलता से इनका उत्साह बढा रहेगा।
किन्तु वृष राशि में मंगल की इस विशेष स्थिति से फरवरी-मार्च 1935 , मार्च से जून 1937 , जनवरी से अगस्त 1952 , फरवरी से अप्रैल 1967 , जनवरी से जुलाई 1984 , जनवरी से अगस्त 1999 के मध्य जन्म लेनेवाले लोग निराशाजनक वातावरण में कार्य करने को बाध्य होंगे। 28 अगस्त 2022 के आसपास कार्य के असफल होने से उन्हें तनाव का सामना करना पड सकता है। 9 दिसंबर के आसपास उनके समक्ष किकर्तब्यविमूढावस्था की स्थिति बनी रहेगी। 13 जनवरी के बाद निराशाजनक वातावरण में ही स्थगित कार्य पुन: उसी रुप में या बदले हुए रुप में उपस्थित होकर गतिमान होगा और 18 मार्च 2023 में अपने निर्णयात्मक मोड़ पर पहुंच जाएगा। मंगल के कारण होनेवाले इस निर्णय से भी इन लोगों को कष्ट पहुंचेगा। इस तरह 7 महीने तक किसी खास संदर्भ , जिसकी चर्चा लेख के अंतिम अनुच्छेद में की गयी है, की परेशानी बनी रह सकती है।
इसके अलावे गोचर के इस मंगल के कारण धनु राशि वाले पर शुभ प्रभाव तथा तुला राशि वाले बुरा प्रभाव महसूस करेंगे। काफी हद तक वृष राशि वाले पर भी मंगल के इस चाल का अच्छा प्रभाव पडेगा। कुछ हद तक मई-जून माह में जन्म लेनेवालों के लिए मंगल की यह स्थिति शुभ प्रभाव देने वाली होगी , जबकि मार्च-अप्रैल माह में जन्म लेनेवाले इसके बुरे प्रभाव से युक्त हो सकते हैं। यदि ऊपर मौजूद तिथियों या राशि कोई जातक एक साथ मंगल के अच्छे और बुरे दोनो प्रभाव में आते हों , तो उनपर मंगल का मिश्रित प्रभाव पडेगा , यानि कोई कठिनाई आएगी तो उसके समाधान के रास्ते भी दिखेंगे।
मंगल के इस खास चाल के कारण ऊपर मौजूद तिथियों या राशि में जन्म लेनेवाले विभिन्न लग्नवाले भिन्न भिनन प्रकार के सुख या दुख से खुद को संयुक्त पाएंगे। मेष लग्नवाले रूटीन, जीवन-शैली, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास के मामले से संबंधित, वृष लग्नवाले प्रेम-सम्बन्ध, दांपत्य-जीवन, घर-गृहस्थी, खर्च-शक्ति, बाह्य-सम्बन्ध के मामले से संबंधित , मिथुन लग्नवाले रोग, ऋण और शत्रु जैसे झंझटों से जूझने की शक्ति, प्रभाव, लाभ, लक्ष्य, मंजिल से सम्बंधित मामलों , कर्क लग्नवाले पढ़ाई-लिखाई, निर्णय-शक्ति, संतान, उत्तराधिकारी,कैरियर, पिता , सामाजिक स्थिति, राजनीति से संबंधित , सिंह लग्नवाले माता , संपत्ति, वाहन, सुख प्रदान करने वाली वस्तु, भाग्य, आध्यात्म, धर्म से सम्बंधित क्रियाकलाप से सम्बंधित , कन्या लग्नवाले भाई-बहन, सहपाठी-सहकर्मी, रूटीन, जीवन-शैली से सम्बंधित , तुला लग्नवाले कन्या धन-कोष , साख , परिवार, प्रेम-सम्बन्ध, दांपत्य-जीवन, घर-गृहस्थीआदि मामले , वृश्चिक लग्नवाले स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, रोग, ऋण और शत्रु जैसे झंझटों से जूझने की शक्ति, प्रभाव आदि के मामले , धनु लग्नवाले पढ़ाई-लिखाई, निर्णय-शक्ति, संतान, उत्तराधिकारी, खर्च-शक्ति, बाह्य-सम्बन्ध के मामले , मकर लग्नवाले माता , संपत्ति, वाहन, सुख प्रदान करने वाली वस्तु, लाभ, लक्ष्य, मंजिल आदि मामले ,कुम्भ लग्नवाले भाई-बहन, सहपाठी-सहकर्मी, कैरियर, पिता , सामाजिक स्थिति, राजनीतिके मामले , मीन लग्नवाले धन-कोष , साख , परिवार, भाग्य, आध्यात्म, धर्म से सम्बंधित क्रियाकलाप की मजबूती या कमजोरी से खुद को सुखी या दुखी महसूस करेंगे।