Spiritual guru in india
लगभग सभी ग्रंथों में जीवन को क्षणभंगुर माना गया है, पर यही जीवन मनुष्य को जीवन के कितने उतार-चढ़ाव दिखा देता है। नाना सुख, नाना व्याधियाँ, जब हम सुखी जीवन जी रहे होते हैं तो ऐसा महसूस होता है कि अब हमारे जीवन में दुःख आएंगे ही नहीं। जब हम हमारे जीवन में दुःख आता है तो ऐसा महसूस होता है कि हमें सारा जीवन अंधकार में ही काटना होगा। पर हमारा जीवन ही नहीं, सुख और दुःख दोनों क्षणभंगुर हैं। सुख में हम अहंकारी न हो जाएँ और दुःख में हम निराश न हो जाएँ, इसलिए तो हमें सच्चे गुरु की आवश्यकता पड़ती है। पर आज हम गुरु किसे बनाते हैं ?
Top guru in India
जिनके पास अट्टालिकाएं हों, १०-२० गाड़ियां हों, यानि सांसारिक तौर पर सफल लोगों को ही हम गुरु बनाते हैं, क्योंकि पैसों के बिना ज्ञान की कोई कीमत नहीं ! और मैंने कई बार उल्लेख किया है, शिक्षक हो, डॉक्टर हों या धर्मगुरु, उनके पैसे पर न जाएँ, शिक्षा, चिकित्सा और चमत्कार से कभी भी प्रभावित न हों, ज्ञान अर्जित करें। सुख में हमें किसी की जरूरत नहीं होती, आप पिकनिक मानते हुए, क्लब जाते हुए, मौज-मस्ती करते हुए समय को आसानी से काट सकते हैं।
पर चाहे आप कितने पैसे वाले, कितने रसूख वाले हों, दुःख के समय की शुरुआत होते ही आपके मनोबल, आपके धैर्य की परीक्षा शुरू हो जाती है, वह बल हमारे धर्म-ग्रंथों में बिखरा पड़ा है, महापुरुषों की सूक्तियों में भरा पड़ा है, प्रतिदिन ईमानदार लोगों की एक-एक पोस्ट में लिखा गया है। इनको इग्नोर करनेवालो को मुसीबत का दिन काटना बहुत कठिन हो जाता है। हमारे पोस्ट पढ़नेवालों में से कोई ऋणात्मकता से जूझ रहे हों तो अपने आसपास ध्यान दें, क्या आपसे दुखी कोई नहीं ? आपको अपना स्तर दिखाई दे जायेगा।
Best guru in India
भारतवर्ष में जितने भी संसाधन हैं, लोगों को संतोषजनक जीवन देने में समर्थ हैं ! उपजाऊ भूमि, पालतू पशु, पोखर, नदिया सब मिलकर मेहनती व्यक्ति की जरूरतें तो पूरी कर देती हैं ! जब पूरी नहीं हो पाती तो प्रकृति के नियम के तहत दूसरे देशों की तरह ही महामारी आबादी को काम कर देती है ! पेड पौधों को मालूम है कि उनके बीज में क्षमता है। इसलिए वे अपना फल दुनिया को दे देते हैं। एक मनुष्य है जिसे विश्वास ही नहीं कि उनके बच्चों में भी अपरिमित क्षमता मौजूद है। इसलिए वे उनके भविष्य की व्यवस्था में धन के संचय का क्रम बनाए रखते हैं। पर हमारे पूर्वजों ने प्रकृति से लेना नहीं, जरूरतभर उपभोग करके सिर्फ देना सीखा था। ईश्वर से प्रार्थना है, अनंत काल तक भारतवासियों का यही चरित्र बनाये रखे ! उन्हें लालच से दूर रखे !
गत्यात्मक ज्योतिष के बारे में
Adhyatmik guru in India
इतिहास गवाह है कि भारतवासी कभी भी दूसरे देशों के संसाधनों पर कब्जा करने नहीं गए, जहाँ भी गए उस देश के नियमों के हिसाब से रहे, उस देश से प्रेम किया ! प्रेम से बहुत कुछ जीता भी है ! अपने महत्वाकांक्षा के लिए आजतक किसी से लड़ने की आवश्यकता नहीं पडी ! जरूरत में कभी हम लड़े भी तो लंका जीतकर भी विभीषण को सौंपा, बँगला देश बंगाली मुसलमानो को ! यही ज्ञान हमारे साथ रहे तो हम अंदर से चैन से रहेंगे !
भारत में विक्सित किया गया 'गत्यात्मक ज्योतिष' का ज्ञान आपको आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करता है, यही बताता है कि जो हमारे भाग्य में है, वह हमारे ही प्रयास से हमें ही मिलेगा ! जो मुझे नहीं मिल रहा, उसके लिए कोई और जिम्मेदार नहीं है, प्रकृति हमारी परीक्षा ले रही है। समय आएगा, मुझे मेरा लक्ष्य मिलेगा, प्राकृतिक नियम के इस दृष्टिकोण के आते ही हमारा ध्यान इधर-उधर नहीं भटकता !