Kark rashifal 2025
कर्क लग्नवालों के लिए लग्न-राशिफल 2025
'गत्यात्मक ज्योतिष' के अनुसार सभी लोग अपने जन्मकालीन ग्रहों के अलावा गोचर के ग्रहों की गत्यात्मक और स्थैतिक शक्ति से प्रभावित होते हैं , लग्न के हिसाब से सभी भाव के स्वामी की स्थिति की मजबूती और कमजोरी की चर्चा हमारे वार्षिक लग्न-राशिफल में की जाती है। कर्क लग्नवालों के लिए—---
2025 में 1 जनवरी से 24 फरवरी तक अपनी या संतान पक्ष की पढाई लिखाई का वातावरण कमजोर रहेगा, इस कारण किसी प्रकार का ज्ञान प्राप्त करना कठिन रहेगा। संतान के अन्य किसी पक्ष से से संबंधित माहौल भी कमजोर बना रहेगा। पिता पक्ष काफी कमजोर बना रहेगा, कर्मक्षेत्र में भी परेशानी रहेगी। प्रतिष्ठा पर आंच आ सकती है।
9 जनवरी से 3 मार्च तक किसी कार्यक्रम में माता पक्ष का भी महत्व दिख सकता है, वाहन या किसी प्रकार की छोटी या बडी संपत्ति को प्राप्त करने के लिए मेहनत जारी रहेगी। काफी महत्वपूर्ण लाभ की संभावना है , इसे प्राप्त करने के लिए प्रयास बनेगा। कार्यक्रमों के प्रति गंभीरता बनी रहेगी।
5 फरवरी से 3 मार्च तक प्रभावशाली लोगों से संबंध की मजबूती बनेगी। कुछ झंझटों को सुलझाने में अपने प्रभाव का पूरा उपयोग करना होगा। भाग्य, भगवान, धर्म, ये सब चिंतन के विषय बने रहेंगे। किसी धार्मिक क्रियाकलाप में व्यस्तता रहेगी, आध्यात्म की ओर भी ध्यान जाएगा।
24 फरवरी से 21 अप्रैल तक बुद्धि ज्ञान के मामलों के लिए महत्वपूर्ण होंगे, संतान पक्ष के मामलों में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। किसी सामाजिक कार्यक्रम में पिता पक्ष का महत्व दिखाई देगा, कर्मक्षेत्र में भी बडी जबाबदेही मिल सकती है। प्रतिष्ठा बढने वाली कोई बात हो सकती है।
1 मार्च से 14 मार्च तक खासकर 13 -14 मार्च के आसपास माता पक्ष के किसी कार्यक्रम में बाधा उपस्थित होगी, वाहन या किसी प्रकार की संपत्ति कष्ट का कारण बनेगी। इनसे संबंधित किसी कार्यक्रम में निराशा हाथ आ सकती है। लाभ के कमजोर रहने से तनाव बनेगा। लक्ष्य की ओर बढने में बाधा उपस्थित होगी।
कर्क लग्न के साथ तुला राशि भी हो तो, 8 से 16 मार्च तक भाई, बहन, बंधु बांधवों का महत्व बढेगा, उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, बाह़य संबंध मजबूत होंगे, पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।
कर्क लग्न के साथ सिंह राशि भी हो तो, 12 मार्च से 7 अप्रैल तक खासकर 25 मार्च के आसपास भाई-बहन, बंधु-बांधवों से विचार के तालमेल का अभाव बनेगा, सहकर्मियों से भी संबंध में गडबडी आएगी। बेवजह के उपस्थित खर्चों से परेशानी होगी, बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तकलीफ होगा।
कर्क लग्न के साथ तुला राशि भी हो तो, 11 अप्रैल से 22 अप्रैल तक भाई, बहन, बंधु बांधवों का महत्व बढेगा, उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, बाह़य संबंध मजबूत होंगे, पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।
13 अप्रैल से 7 जून तक किसी कार्यक्रम में माता पक्ष का भी महत्व दिख सकता है, वाहन या किसी प्रकार की छोटी या बडी संपत्ति को प्राप्त करने के लिए मेहनत जारी रहेगी। काफी महत्वपूर्ण लाभ की संभावना है, इसे प्राप्त करने के लिए प्रयास बनेगा। कार्यक्रमों के प्रति गंभीरता बनी रहेगी।
18 जून से 14 जुलाई तक घर गृहस्थी का वातावरण महत्वपूर्ण रहेगा। ससुराल पक्ष के किसी कार्यक्रम में तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है। रूटीन काफी सुव्यवस्थित होगा , जिससे समय पर सारे कार्यों को अंजाम दिया जा सकेगा।
कर्क लग्न के साथ कुम्भ राशि भी हो तो, 4 जुलाई से 19 जुलाई तक भाई, बहन, बंधु बांधवों का महत्व बढेगा, उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, बाह़य संबंध मजबूत होंगे, पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।
14 जुलाई से 29 नवंबर खासकर 21 सितम्बर के आसपास घर गृहस्थी का वातावरण अच्छा नहीं दिखाई देगा, ससुराल पक्ष का तनाव उपस्थित हो सकता है। प्रेम संबंध में भी कुछ दूरी बनेगी। रूटीन काफी अस्त व्यस्त रहेगा और किसी घटना का प्रभाव जीवनशैली पर बुरे ढंग से पडेगा।
कर्क लग्न के साथ धनु राशि भी हो तो, 19 जुलाई से 11 अगस्त तक खासकर 1 अगस्त के आसपास भाई-बहन,बंधु-बांधवों से विचार के तालमेल का अभाव बनेगा, सहकर्मियों से भी संबंध में गडबडी आएगी। बेवजह के उपस्थित खर्चों से परेशानी होगी, बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तकलीफ होगी।
कर्क लग्न के साथ कुम्भ राशि भी हो तो, 11 अगस्त से 20 अगस्त तक भाई, बहन, बंधु बांधवों का महत्व बढेगा, उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, बाह़य संबंध मजबूत होंगे, पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।
17 अक्टूबर से 12 नवंबर तक प्रभावशाली लोगों से संबंध की मजबूती बनेगी। कुछ झंझटों को सुलझाने में अपने प्रभाव का पूरा उपयोग करना होगा। भाग्य, भगवान, धर्म, ये सब चिंतन के विषय बने रहेंगे। किसी धार्मिक क्रियाकलाप में व्यस्तता रहेगी, आध्यात्म की ओर भी ध्यान जाएगा।
कर्क लग्न के साथ मिथुन राशि भी हो तो, 30 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक भाई, बहन, बंधु बांधवों का महत्व बढेगा, उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, बाह़य संबंध मजबूत होंगे, पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।
कर्क लग्न के साथ मेष राशि भी हो तो, 10 नवंबर से 29 नवम्बर खासकर 20 नवंबर के आसपास भाई-बहन, बंधु-बांधवों से विचार के तालमेल का अभाव बनेगा, सहकर्मियों से भी संबंध में गडबडी आएगी। बेवजह के उपस्थित खर्चों से परेशानी होगी, बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तकलीफ होगी ।
10 नवंबर से 31 दिसंबर कुछ झंझट उपस्थित होंगे , पर झंझटों को सुलझाने में प्रभाव की कमजोर स्थिति के कारण दिक्कत आएगी। संयोग के न बन पाने से कोई असफलता दिखाई पड सकती है। किसी धार्मिक क्रियाकलापों के बाद भी निराशा ही बनेगी।
29 नवंबर से 17 दिसंबर तक घर गृहस्थी का महत्व बढेगा , ससुराल पक्ष के किसी कार्यक्रम में तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है। रूटीन काफी सुव्यवस्थित होगा , जिससे समय पर सारे कार्यों को अंजाम दिया जा सकेगा
कर्क लग्न के साथ मिथुन राशि भी हो तो, 2 दिसंबर से 8 दिसंबर भाई , बहन , बंधु बांधवों का महत्व बढेगा , उनके कार्यक्रमों के साथ तालमेल बैठाने की आवश्यकता पड सकती है। कोई बडा खर्च उपस्थित होगा, , बाह़य संबंध मजबूत होंगे , पर बाहरी व्यक्ति या बाहरी स्थान से तालमेल बनाने की आवश्यकता पड सकती है।