Corona news in hindi
Coronil patanjali kit price in hindi
कल से ही बाबा रामदेव जी के द्वारा कोरोनिल नाम की दवाई लॉन्च किये जाने और सरकार द्वारा इसके प्रचार पर रोक लगाने के साथ ही दवाई के पक्ष और विपक्ष में विमर्श चल रहा है ! सरकार अपना प्रोसेस करेगी ही, करनी भी चाहिए, पर मैंने आजतक किसी भी वस्तु या सेवा के बाजार में बिकने या उसके मूल्य निर्धारण में सरकार की दखलंदाजी नहीं देखी, किसी को विरोध करते भी नहीं पाया ! पूरा भारतवर्ष विश्वास पर चल रहा है ! जिस शिक्षक के पढ़ाने का ढंग पसंद है, जिस मिस्त्री का काम आपको पसंद है, जिस टेलर का काम आपको पसंद है, जिस ज्योतिषी का काम आपको पसंद है, जिस देशी विदेशी कंपनी का काम आपको पसंद है, जो घर -मकान आपको पसंद है, सामने प्रतिस्पर्धी नहीं हो, तो वह अपने वस्तु या सेवा के लिए मनमाना रेट रख सकता है, इसलिए काफ़ी अजूबा लग रहा है ! दवाई ने एक -दो महीने में दावे के हिसाब से परिणाम नहीं दिया तो खुद बिक्री ख़त्म हो जाएगी, इसमें रोक लगने का कोई उचित कारण नहीं दिख रहा ! पतंजलि ने बताया है कि अगले सोमवार को दवा के ऑनलाइन ऑर्डर के लिए एक मोबाइल ऐप 'ऑर्डर मी' लॉन्च की जाएगी, जिसके जरिए दवा खरीदी जा सकेगी। वहीं, जो लोग इसे ऑफलाइन स्टोर से खरीदना चाहते हैं, वे एक सप्ताह बाद पतंजलि के स्टोर से खरीद सकेंगे। ५४५ रुपये में ३० दिन की दवा होगी !
Coronil patanjali in hindi
कोरोना काल में सभी भयभीत हैं, न जाने कब कहाँ से कैसी खबर सुननी पड़ जाये, कब कोरोना किसी को काल का ग्रास बना ले ! एलोपैथी के पास कोई दवाई नहीं, जो कोरोना के गंभीर मरीजों को ठीक कर सके ! डॉक्टर स्वीकार कर रहे हैं कि कोरोना से आपका रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बचा सकता है, बीमारी से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये रखने की पूरी वकालत हमारे प्राचीन ज्ञान आयुर्वेद में की गयी है और उसके बहुत सारे उपाय भी बताये गए है, कोरोना काल में भारतीयों ने अपने सुविधानुसार नीम्बू पानी, हल्दी वाली दूध, आमला, गिलोय, एलोवेरा, त्रिफला, अन्य आयुर्वेदिक तत्वों को अपने खाने पीने में शामिल कर लिया है ! फिर भी जीवन अनिश्चितता में ही चल रहा है !
Can corona cure corona
इसी अनिश्चितता के दौर में पतंजलि के रामदेव बाबा जी ने कोरोना के उपचार के लिए एक दवाई लॉन्च कर दी है ! अपने शुरुआती दौर में ही बाबाजी लोगों का विश्वास जीत चुके हैं, इसलिए आज उनके अनुसरणकर्ताओं को ख़ुशी होनी स्वाभाविक है ! एलोपैथी के काम करने का ढंग बिलकुल अलग है, वह कुछ ठोस मिलने पर ही कोई निर्णय लेगा, अभी कोरोना की बदलती संरचना को ही नहीं समझ पा रहा ! घर में बंद रहकर धीरे धीरे लोगों का धैर्य समाप्त हो रहा है, इसलिए बाबा की दवाई में आशा की किरण दिखाई दे रही है ! वैसे भी सरकार ने सबकुछ खोल दिया है, घर से निकलने की मजबूरी आती जा रही है, ऐसे में मामूली खर्च में मिलने वाली कोरोना की दवा मानसिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर लोगों को मजबूती देने में समर्थ है, जिससे भी किसी बीमारी को जीतने में मदद मिलती है !
Coronil is effective or not
पर चुंकि यह दवाई बाबा रामदेव के द्वारा बनायी गयी है, आयुर्वेदिक आधार पर बनायी गयी है, भारतीय सभ्यता और संस्कृति जिन्हे फूटे आँखों नहीं सुहाती, भारतीय परम्परा, आयुर्वेद, वैदिक गणित, ज्योतिष, योगा के उपहासमे जिन्हे आनंद आता है, वे दवाई के विरोध के कारण आज सरकार के पक्ष में हो गए है, जो सरकार भी उन्हें कभी नहीं सुहाई. तर्क भी ऐसे दे रहे है, बाबा व्यवसायी है, अपने कमाने की व्यवस्था कर रहे हैं ! यह सच है कि बाबा व्यवसायी हैं, पर बिना व्यावसायिक बुद्धि वालों के किस ज्ञान को आप सबों ने मिलकर अबतक आगे बढ़ाने का प्रयास किया ! एक दशक पहले की बात है, किसी अनिल कुमार नाम के व्यक्ति ने पूरे भारतवर्ष के भ्रमण के दौरान एकसे बढ़कर एक नवोन्मेष के सैकड़ों उदाहरण के साथ कादम्बिनी पत्रिका में लेख लिखा था. उनका वेबसाइट भी चल रहा है, आजतक किसी भारतीय रिसर्च को आगे बढ़ते मैंने नहीं देखा ! पर अब के हिन्दुस्तानियो को रोकना मुश्किल है, यह नया भारतवर्ष है !