Paryavaran in hindi essay
भले ही एक बालक अपने माता-पिता से वशांनुगत तौर पर गुण लेकर आते हों, पर उनपर वातावरण का बहुत प्रभाव पड़ता है। इसलिए एक बच्चे के विकास के क्रम में शारीरिक, मानसिक, नैतिक चरित्रों को विकसित करने के लिए अच्छे माहौल दिए जाते हैं। बच्चे यानि आनेवाली पीढ़ी के विकास के लिए हमें पर्यावरण को भी सुन्दर बनाये रखने की जरूरत होती है। प्रदूषित पर्यावरण से तरह तरह की बीमारियाँ पैदा होती हैं।
paryavaran kise kahate hain
पर्यावरण शब्द परि और आवरण, दो शब्दों है, जिसमें परि का मतलब है हमारे आसपास, वहीं 'आवरण' का मतलब है 'हमारे चारो और' पर्यावरण और जीवन का आपस में महत्वपूर्ण संबंध है। पर्यावरण की खराब होती स्थिति ने पूरे विश्व के देशों की चिंता बढ़ायी । संयुक्त राष्ट्र संघ ने पर्यावरण के प्रति सामजिक और राजनीतिक जागरूकता और जवाबदेही तय करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाना आरभ किया। हमें भी पर्यावरण के संरक्षण, संवर्धन और विकास का संकल्प लेने की आवश्यकता है।
Paryavaran divas kab manaya jata hai
5 जून, 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। उसके बाद प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
Paryavaran sanrakshan par nibandh
2020 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'वायु प्रदूषण' ली गयी है। पिछले कुछ वर्षों में वायुमंडल में प्रदुषण का स्तर है। बड़े शहरों से लेकर छोटे गांवों तक लोग अशुद्ध वायु में सांस लेने को बाध्य हैं। प्रदूषित वायु से वर्ष 70 लाख लोगों की मौत होती है। दमा जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारन वायु प्रदूषण है, जिससे जीवन संभाव्यता कम हो रही है, वायु की गुणवत्ता में सुधार के लिए हमें अपने शत्रुओं को पहचानना होगा। वायु के प्रदूषित होने के कारणों की जांच करने और उसपर रोक लगाने के प्रयास करने होंगे।