Which Mahabharata character are you?
महाभारत की कहानी हैं कि कर्ण ने कृष्ण जी से पूछा कि मेरा कसूर क्या हैं, जो मुझे जीवन में मिला ! कृष्ण जी ने बोला कि आपने सिर्फ अपनी सोची, दुनिया में लाखों ऐसे लोग हैं, जिन्होंने को गलती नहीं की, फिर भी झेलते हैं ! आपको मैं भी दिखाई नहीं दे रहा, जिसने जन्म से पहले जेल मिल गया और जन्म के बाद चुनौतियाँ ही चुनौतियाँ बिना किसी पर दोषारोपण किये डटकर मुकाबला किया मैंने !
मेरी अपनी जाति में भी एक ओर करोडपति अरबपति मौजूद हैं और किसी सेठ के यहां 2000/- प्रतिमाह से लेकर अनलिमिटेड वेतन पर काम करने वाले कर्मचारी भी ! मेरे अपने प्रदेश में भी एक अोर करोडपति अरबपति मौजूद हैं और किसी सेठ के यहां 2000/- प्रतिमाह से अनलिमिटेड वेतन पर काम करने वाले कर्मचारी भी ! अपने देश में भी एक अोर करोडपति अरबपति मौजूद हैं और किसी सेठ के यहां 2000/- प्रतिमाह से अनलिमिटेड वेतन पर काम करने वाले कर्मचारी भी ! पूरी दुनिया में भी एक ओर करोडपति अरबपति मौजूद हैं और किसी सेठ के यहां 2000/- प्रतिमाह से लेकर अनलिमिटेड वेतन पर काम करने वाले कर्मचारी भी !
इसका कारण यह नहीं कि आज के करोडपति अरबपतियों ने सबका शोषण किया, वरन् यह कि उनके पूर्वजों ने आज के कर्मचारियों के पूर्वजों की की तुलना में सपने पहले देखे और उन्हे पूरा किया और अपनी आने वाली पीढी को इस लायक बनाया कि वे कर्मचारियों को 2000/- प्रतिमाह से लेकर अनलिमिटेड वेतन पर काम दे सके ! उनसे द्वेष रखने की बजाए कर्मचारियों को भी सपने देखने पडेंगे, ताकि उनके बच्चे भी करोडपति अरबपति बन सके और कर्मचारियों को 2000/- प्रतिमाह से लेकर अनलिमिटेड वेतन पर काम दे सकें !
गत्यात्मक ज्योतिष के बारे में
हमारी संस्कृति तोडना नहीं जोडना सीखलाती है, किसी भी शुभ अवसर में छोटी छोटी बूंदियों को जोडकर लड्डू बनाया जाता है, बूंदियों के मध्य इसका स्वाद बढाने वाली चीजें स्वीकार्य हैं, स्वाद घटाने वाली चीजें नहीं डाली जाती ! यही कारण हैं कि कर्मकांड के कारण किसी भी शुभ अवसर पर समाज के हर वर्ग की उपस्थिति की आवश्यकता पड़ती हैं ! यदि दुनिया में कुछ ऐसे ऊंचे सपने देखने वाले लोग नहीं हो तो आनेवाली पीढी भूख से बेहाल होकर मरती रहेगी ! काश अमीरों से द्वेष रखने वाले इस बात को समझ पाते !