कहानी

सच्‍चा जीवनसाथी [कहानी] - संगीता पुरी

hamari kahani साहित्‍य शिल्‍पी में प्रकाशित  मेरे द्वारा लिखी कुछ कहानियों  में आपके लिए एक और कहानी .....शाम के 4 बज चुके हैं , दिन भर काम करने के कारण थकान से शरीर टूट रहा है , इसके बावजूद टेबल पर फाइलों का अंबार लगा है। पि…

अपने हिस्‍से का सुख (कहानी) .... संगीता पुरी

hamari kahani मात्र एक खबर से पूरे घर में सन्‍नाटा पसर गया था। सुबह एक्‍सीडेंट के बाद से ही सबके कान समय समय पर फोन पर होनेवाले बातचीत में ही लगे थे , इसलिए फोन रखते हुए 'मामाजी नहीं रहें' कहनेवाले पुलकित के धीमे से स…

नगों वाला सेट ...(कहानी)

hamari kahani बाजार जाने के लिए ज्‍योंहि मैं तैयार होकर बाहर निकली, बारिश शुरू हो चुकी थी। लौटकर बरामदे में एक कुर्सी डालकर एक पत्रिका हाथ में लेकर बारिश थमने का इंतजार करने लगी। बाजार के कई काम थे, बैंक से पैसे निकालने थे, …

تحميل المزيد من المشاركات
لم يتم العثور على أي نتائج