Dharm ke prakar

धर्म के नाम पर उलूल-जुलूल को न स्वीकारें------

Dharm ke prakar गेट पर ठक-ठक की आवाज से मेरी तन्मयता दूर हुई। जिस लेख को लिख रही थी, उसे छोड़कर यह लेख प्रस्तुत है। नजदीकी लोग तो गेट से अंदर आकर दवाजे पर घंटी बजाते हैं, कूरियर वाले तक भी। जरूर कोई बिना जान पहचानवाला है, कुर्…

تحميل المزيد من المشاركات
لم يتم العثور على أي نتائج