गत्यात्मक ज्योतिष के अचूक उपाय
jyotish upay book pdf
जीवन को देखने और समझने का सबका नजरिया भिन्न भिन्न होता है , कुछ लोग उथली मानसिकता के साथ इसे देखते हैं तो कुछ गहरी समझ के साथ। जो गहराई से जीवन के रहस्यों को समझने की कोशिश करते हैं , उन्हें हम दूरदर्शी और अनुभवी मानते हैं और उनकी सोंच के साथ चलने की कोशिश भी करते हैं।
प्रत्येक परिवार में एक दो व्यक्ति , समाज में कुछ अनुभवी लोग आनेवाली पीढी को रास्ता दिखाने में काम करते हैं। कुछ तो इतने अनुभवी और ज्ञानी होते हैं , जिनकी परिवार या समाज की किसी समस्या को गहराई से समझते हुए उसके निराकरण का भरपूर उपाय करते है , ताकि आने वाली पीढी को उस समस्या का सामना न करना पडे। इस तरह छोटे छोटे स्तर पर ऐसे बहुत सारे अनुसंधान होते रहते हैं।
jyotish upay book pdf in hindi
किसी भी विज्ञान को विकसित करने के लिए युगों तक न जाने कितने विद्वानों ने काम किया होता है। वर्षों तक प्रकृति में बिखरे ज्ञान को व्यवस्थित करने के बाद एक विज्ञान का जन्म होता है , जिसके प्रयोग से मानव जाति लाभान्वित होती है। लाभ ही न हो तो किसी विज्ञान का कोई महत्व नहीं होता। विज्ञान के विकसित होने से पूरे राष्ट्र , नए युग के लिए जीने के लिए एक नई सोंच , नया ढंग आता है।
जानिए, आपके लिए कैसा रहेगा 2025 ?
सामने आती है , ऐसी जीवन शैली , जो आपको बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकती है। पर किसी के अनुभव से या विज्ञान से लाभ प्राप्त करने के लिए उसपर विश्वास करना आवश्यक होता है , उसके द्वारा बनाए गए नियमों को अपने जीवन में लागू करना होता है , बिना विश्वास किए उसके कथनानुसार हम नहीं चल पाएंगे।
चिन्तनशील विचारक पाठकों, आपके मन में ज्योतिष से सम्बंधित कोई भी प्रश्न उपस्थित हो , सकारात्मक तार्किक बहस के लिए हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप में आपका स्वागत है , क्लिक करें !
इतने वर्षों से ज्योतिष के नि:स्वार्थ अध्ययन और ग्रहों के जड और चेतन पर पडने वाले प्रभाव के खुलासे के बाद आज के युग के अनुरूप 'गत्यात्मक ज्योतिष' को विकसित कर लेने के पश्चात् कुछ दिनों से ज्योतिष को मानवोपयोगी बनाने के बारे में निरंतर चिंतन चल रहा है।
Medical astrology in hindi pdf
ग्रहों के बुरे प्रभाव को पूर्णतया दूर करने में तो हमें सफलता नहीं मिल सकती , पर ग्रहों के अच्छे प्रभाव को बढाया और बुरे प्रभाव को घटाया जा सकता है। इसके अलावे ग्रहों के प्रभाव की जानकारी के बाद जीवन के प्रति मानव जाति की सोंच में एक बडा परिवर्तन आ सकता है ।
इसके लिए सबसे पहले ज्योतिष पर विश्वास करना होगा, ऐसी जीवन शैली विकसित करनी होगी , जिसके द्वारा हम ग्रहों के बुरे प्रभाव में आकर भी निश्चिंत रह सकें। समाज किसी सफलता और असफलता का श्रेय मनुष्य के साथ साथ उसके भाग्य को भी दे दे, तो काफी समस्या हल हो सकती है। कोई व्यक्ति निश्चिंत होकर अपनी रूचि के काम तो कर सकता है , वह सफलता की उम्मीद में किसी प्रकार का समझौता तो नहीं करेगा।
यदि सबकुछ सामान्य हो , तब भी किसी बच्चे के गर्भ में आते ही हम उस हिसाब से बच्चे की देख रेख शुरू कर देते हैं। लोगों की यही भावना ज्योतिष के प्रति भी तो होनी चाहिए, शुरूआत से ही ग्रहों के हिसाब से उसकी देख भाल , रूचि के काम करने देने की छूट होनी चाहिए। सफलता में अति उत्साह और असफलता में नैराश्य को जन्म देने से बचना चाहिए। अच्छी परिस्थितियों का इंतजार किया जाना चाहिए।
पर ऐसा नहीं है , ज्योतिष को हम विज्ञान नहीं मानते , इसलिए हमारे जीवन शैली में इसका कोई स्थान नहीं है। जिनका शुरूआती जीवन असफल होता है , वो ग्रहों के प्रभाव को कुछ हद तक मानते भी हैं , पर जिनका जीवन सामान्य होता है , जबतक सामान्य बना रहता है , इसका कोई महत्व नहीं समझते। जिनके जीवन में सफलता आती रहती है , वे इसका श्रेय अपनी मेहनत को देते हैं।
जैसे ही असफलता की शुरूआत होती है , ज्योतिषी के पास सबसे पहले वही पहुंचते हैं , मानो एक ज्योतिषी तुरंत चमत्कार ही कर देगा। मैने ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम या दूर करने से संबंधित बहुत लिखा हैं , सबमें ग्रहों के अनुरूप अपनी जीवन शैली को ढालने के बारे में ही समझाया है, किसी चमत्कार की बात नहीं लिखी गयी है।
समाज में जबतक ज्योतिष को विज्ञान के रूप में समझने की कोशिश नहीं की जाएगी , ज्योतिष से कोई लाभ प्राप्त करना नामुमकिन है। पर यह विडंबना ही है कि आजतक ज्योतिष को चमत्कार समझा जाता रहा है।