🌞 सौरमंडल से कुंडली तक: 12 राशियाँ Rashiyan Explained By Gatyatmak Jyotish

🌞 सौरमंडल से कुंडली तक: 12 राशियाँ Explained By Gatyatmak Jyotish

Introduction

सौरमंडल की गतिशील संरचना ही गत्यात्मक ज्योतिष का मूल आधार है। यह ज्योतिष ग्रहों की स्थिर नहीं, बल्कि निरंतर बदलती स्थितियों का अध्ययन कर जीवन, निर्णय और समय प्रबंधन को समझने का एक तार्किक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।

360 डिग्री आकाश को 12 राशियों में विभाजित करता गत्यात्मक ज्योतिष


📑 Table of Contents 

  1. सौरमंडल की संरचना और गति का मूल सिद्धांत

  2. पृथ्वी-केंद्रित खगोल दृष्टिकोण क्यों?

  3. 360 डिग्री आकाश और 12 राशियों की वैज्ञानिक रचना

  4. गत्यात्मक ज्योतिष क्या है? (Dynamic Astrology Explained)

  5. इतिहास और विकास: पारंपरिक से गत्यात्मक ज्योतिष तक

  6. Traditional Astrology vs Gatyatmak Jyotish

  7. वैज्ञानिक एवं तार्किक व्याख्या (Belief Disclaimer सहित)

  8. व्यावहारिक उपयोग: जीवन के विभिन्न क्षेत्र

  9. Myths vs Facts: ज्योतिष से जुड़े भ्रम

  10. SEO FAQ – People Also Ask

  11. Image SEO, Schema और Authority Signals

  12. CTA, Author Bio और Trust Disclaimer

1️⃣ सौरमंडल की संरचना और गति का मूल सिद्धांत 

हम सभी ने विद्यालय स्तर पर सौरमंडल का अध्ययन किया है। पूरे सौरमंडल का केंद्र सूर्य, एक विशाल तारा है, जिसके चारों ओर सभी ग्रह अपने-अपने परिभ्रमण पथ पर निरंतर गति करते हैं।

सूर्य के निकटतम से क्रम इस प्रकार है – बुध → शुक्र → पृथ्वी → मंगल → बृहस्पति → शनि → यूरेनस → नेपच्यून → प्लूटो

ये सभी ग्रह समान गति से नहीं, बल्कि अपने-अपने कक्षीय नियमों के अनुसार सूर्य की परिक्रमा करते हैं। इसी प्रकार पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा, पृथ्वी के चारों ओर नियमित रूप से चक्कर लगाता है।

👉 यही निरंतर गति (Dynamic Motion) ज्योतिष का आधार बनती है।

2️⃣ पृथ्वी-केंद्रित खगोल दृष्टिकोण क्यों? 

खगोलभौतिकी (AstroPhysics) सूर्य को केंद्र में मानता है, परंतु ज्योतिष शास्त्र पृथ्वी को केंद्र में रखकर अध्ययन करता है। कारण सरल है -

  • मानव अनुभव पृथ्वी से होता है
  • समय, दिन-रात, ऋतु, जीवन घटनाएँ पृथ्वी से जुड़ी हैं
  • ज्योतिष का उद्देश्य मानव जीवन की व्याख्या है, न कि केवल ब्रह्मांड की

इसलिए चाहे पृथ्वी अपने पथ पर कहीं भी हो, ज्योतिष में पृथ्वी से दिखने वाले आकाशीय गोले को आधार बनाया जाता है।

3️⃣ 360 डिग्री आकाश और 12 राशियों की वैज्ञानिक रचना 

पृथ्वी से अनंत तक फैले आकाशीय गोले को 360 डिग्री माना गया। इसे 12 समान भागों में बाँटा गया, 

360 ÷ 12 = 30 डिग्री

प्रत्येक 30 डिग्री का भाग एक राशि कहलाया।

क्रमशः ये राशियाँ हैं -  मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन

👉 यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि ज्यामितीय और खगोलीय विभाजन है।

4️⃣ गत्यात्मक ज्योतिष क्या है?

(Gatyatmak Jyotish Explained) गत्यात्मक ज्योतिष वह प्रणाली है जो ग्रहों की चलती हुई स्थिति (ग्रह-गति) को जीवन घटनाओं से जोड़कर देखती है।

मुख्य विशेषताएँ - 

  • ग्रह स्थिर नहीं, गति बदलती है तो फल भी बदलते हैं

  • ग्रहों की शक्ति, गत्यात्मक दशा और गोचर का वास्तविक प्रभाव

  • समय प्रबंधन (Time as a Factor) को प्राथमिकता

  • यह ज्योतिष को फेट (Fate) से निकालकर फ्लो (Flow of Time) से जोड़ता है।

5️⃣ इतिहास और विकास : पारंपरिक से गत्यात्मक ज्योतिष तक 

प्राचीन भारत में ज्योतिष वेदांग के रूप में विकसित हुआ। पर समय के साथ यह -

  • अंधविश्वास

  • तंत्र-मंत्र

  • डर आधारित भविष्यवाणी

में सिमटता चला गया। 20वीं शताब्दी के अंत में कई आधुनिक विचारकों ने ज्योतिष पर काम किये, उनमे से एक श्री विद्या सागर महथा ने ज्योतिष को तार्किक, गणितीय और समय-आधारित रूप में पुनः स्थापित करने का प्रयास किया। इसी से गत्यात्मक ज्योतिष की अवधारणा उभरी।

6️⃣ Traditional Astrology vs Gatyatmak Jyotish 

विषय           पारंपरिक ज्योतिष               गत्यात्मक ज्योतिष

दृष्टिकोण स्थिर                                     गतिशील ग्रह 

फल           जन्म से तय                       समयानुसार बदलता 

उपाय           कर्मकांड                             समय-प्रबंधन 

उद्देश्य           भविष्य कथन                         निर्णय सहायता

7️⃣ वैज्ञानिक एवं तार्किक व्याख्या

 ज्योतिष Observation-Based Knowledge System है। परंतु - 

  • ग्रहों की गति वास्तविक है

  • समय का मानव जीवन पर प्रभाव निर्विवाद है

  • मनोवैज्ञानिक निर्णय-चक्र पर समय का असर सिद्ध है

गत्यात्मक ज्योतिष इन्हीं तत्वों को जोड़कर Guidance Tool के रूप में कार्य करता है।

8️⃣ व्यावहारिक उपयोग (Practical Applications) 

🔹 Career & Education सही समय पर निर्णय - अवसर पहचानने में सहायता

🔹 Health Awareness तनाव चक्र की पहचान - Routine Planning

🔹 Finance & Investment Risk Timing Analysis - Emotional Spending Control

🔹 Decision Making  - Delay या Action का संकेत 

9️⃣ Myths vs Facts: ज्योतिष से जुड़े भ्रम

 Myth: सब कुछ ग्रह तय करते हैं। 

Fact: ग्रह गुणात्मक तौर पर प्रभावित करते हैं, वास्तविकता में आप कर्म मायने रखते हैं। 

Myth: उपाय से भाग्य बदल जाता है। 

Fact: उपाय से नहीं, समय प्रबंधन से परिणाम बदलते हैं। 

🔍 FAQ – People Also Ask 

Q1. गत्यात्मक ज्योतिष क्या भविष्य बताता है?

 ➡️ नहीं, यह हर प्रकार की संभावनाएँ और समय का संकेत देता है।

Q2. क्या यह वैज्ञानिक है? 

➡️ यह तार्किक अवलोकन प्रणाली है, जिसे विज्ञान के काफी करीब रखा जा सकता  है। 

Q3. क्या जन्मकुंडली आवश्यक है? 

➡️ हाँ, जन्मकुंडली के आधार पर ही व्याख्या सटीक होती है।

Q4. क्या उपाय जरूरी हैं? 

➡️ थोड़ा-बहुत, लेकिन सही समय पर सही निर्णय ले पाना अधिक प्रभावी होता है।

Q5. क्या पारम्परिक ज्योतिष गलत है? 

➡️ नहीं, गत्यात्मक ज्योतिष पारम्परिक ज्योतिष पर ही आधारित है। 

Q6. क्या यह सभी के लिए काम करता है?

 ➡️  समय का अनुशासन समझने वालों के लिए बहुत उपयोगी है। 


यदि आप अपने जीवन की सही टाइमिंग समझना चाहते हैं, तो हमारे YouTube चैनल / परामर्श से जुड़ें।

👤 Author Bio

लेखिका : संगीता पुरी, गत्यात्मक ज्योतिष विशेषज्ञा, #100womenachiever selected by Indian Govt. in 2016, Ph - 8292466723

40+ वर्षों का गत्यात्मक ज्योतिष का अध्ययन,  पारंपरिक और गत्यात्मक ज्योतिष के समन्वय में क्रियाशील । उनका उद्देश्य ज्योतिष को कर्मकांड से निकालकर तार्किक, उपयोगी और आधुनिक दृष्टि देना है। अनुभव आधारित लेखन उनकी विशेषता है।

🔬 वैज्ञानिक दृष्टिकोण (Disclaimer सहित)

'गत्यात्मक ज्योतिष'  विज्ञानके रूप में  अनुभवजन्य और सांस्कृतिक ज्ञान प्रणाली है, जिसे मार्गदर्शन के रूप में देखना चाहिए। यह चिकित्सा या विज्ञान का विकल्प नहीं है। गत्यात्मक ज्योतिष को Guidance Tool के रूप में समझें तो बहुत सुविधा होगी।


संगीता पुरी

Specialist in Gatyatmak Jyotish, latest research in Astrology by Mr Vidya Sagar Mahtha, I write blogs on Astrology. My book published on Gatyatmak Jyotish in a lucid style. I was selected among 100 women achievers in 2016 by the Union Minister of Women and Child Development, Mrs. Menaka Gandhi. In addition, I also had the privilege of being invited by the Hon. President Mr. Pranab Mukherjee for lunch on 22nd January, 2016. I got honoured by the Chief Minister of Uttarakhand Mr. Ramesh Pokhariyal with 'Parikalpana Award' The governor of Jharkhand Mrs. Draupadi Murmu also honoured me with ‘Aparajita Award’ श्री विद्या सागर महथा जी के द्वारा ज्योतिष मे नवीनतम शोध 'गत्यात्मक ज्योतिष' की विशेषज्ञा, इंटरनेट में 15 वर्षों से ब्लॉग लेखन में सक्रिय, सटीक भविष्यवाणियों के लिए पहचान, 'गत्यात्मक ज्योतिष' को परिभाषित करती कई पुस्तकों की लेखिका, 2016 में महिला-बाल-विकास मंत्री श्रीमती मेनका गाँधी जी और महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुख़र्जी द्वारा #100womenachievers में शामिल हो चुकी हैं। उत्तराखंड के मुख्य मंत्री श्री रमेश पोखरियाल जी के द्वारा 'परिकल्पना-सम्मान' तथा झारखण्ड की गवर्नर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा 'अपराजिता सम्मान' से मुझे सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ। Ph. No. - 8292466723

Please Select Embedded Mode For Blogger Comments

أحدث أقدم